इस दिल को यादों की आग में जलना अच्छा लगता है।
इस दिल को यादों की आग में जलना अच्छा लगता है।
बोहत ही मुश्किल से बंद किए थे यादों के वो कमरे मेने,
ये दिल है कि उसी बंद कमरों में जा जा कर उम्मीद के दिए लगता है ।
दिए लगाते लगाते कभी कभी थोड़ा जल भी जाता है ,
ये दिल उस झूती आस में जलता है कि तू आएगी उस जले पर मरहम लगाएगी ।
इस दिल को यादों की आग में जलना अच्छा लगता है।
-पराग मानकर
इस दिल को यादों की आग में जलना अच्छा लगता है।
बोहत ही मुश्किल से बंद किए थे यादों के वो कमरे मेने,
ये दिल है कि उसी बंद कमरों में जा जा कर उम्मीद के दिए लगता है ।
दिए लगाते लगाते कभी कभी थोड़ा जल भी जाता है ,
ये दिल उस झूती आस में जलता है कि तू आएगी उस जले पर मरहम लगाएगी ।
इस दिल को यादों की आग में जलना अच्छा लगता है।
-पराग मानकर